मालदीव एक बहुमत मुस्लिम राष्ट्र है,और इस्लाम आधिकारिक धर्म है।
इसके धार्मिक जनसंख्या के कारण, मालदीव में हिन्दू मंदिरों की संख्या मिनिमल है।
मालदीव में किसी भी हिन्दू मंदिर का संबंध प्रवासी समुदायों से हो सकता है, जो यहाँ रह रहे है।
मालदीव के हिन्दू विशेषज्ञ पूजा के लिए निजी स्थानों का उपयोग कर सकते है, क्योकि बड़े मंदिरों की स्थापना पर प्रतिबन्ध लग सकता है।
मालदीव के हिन्दू समुदाय धार्मिक अवसरों की समर्थन में अपने समूहों के भीतर सांस्कृतिक घटनाओ का आयोजन कर सकते है।
हालाँकि मालदीव प्राथमिक रूप से इस्लामी है, यह विभिन्न धार्मिक विश्वासों के प्रति सहिष्णुता और स्वीकृति के लिए जाना जाता है।
मालदीव में ऐसे किसी भी हिन्दू मंदिरों को अधिकारिक रूप से मान्यता नहीं मिल सकती है, इसमे इस्लामी स्वभाव की रोक लग सकती है।
धार्मिक विभिन्नता के बावजूद मालदीव समाज विभिन्न विश्वासों के प्रति सामान्य रूप से समर्थ है, और अंतर्धर्मी रिश्तो को प्रोत्साहित करता है।
हिन्दू मंदिर यदि कोई हो तो मालदीव सरकार के द्वारा अधिकारिक रूप से मान्यता प्राप्त नहीं कर सकते है, क्योकि इसमे इस्लामी स्वभाव है।
एक स्टडी के अनुसार पता चलता है, की यहाँ केवल 37 हिन्दू रहते है।